योगीराज : सहारनपुर में जातीय संघर्ष में पत्थरबाज़ी, आगजनी, ताबड़तोड़ फायरिंग, भागते दिखे पुलिस अधिकारी और जवान
सहारनपुर। यूपी का सहारनपुर एक बार फिर घधक उठा है। यहां शब्बीरपुर हिंसा को लेकर धरना दे रहे भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं को उठाने के विरोध में शहर में जमकर बवाल मच गया। कार्यकर्ताओं ने पुलिस के साथ बदसलूकी करने के साथ साथ पथराव, फायरिंग व आगजनी की। बताते चलें कि हिंसा को लेकर धरना दे रहे भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं को उठाने के विरोध में शहर व रामपुर मनिहारन क्षेत्र में जमकर बवाल हुआ। पुलिस के साथ गाली-गलौच पथराव,फायरिंग, तोडफ़ोड़ व आगजनी की। रामपुर मनिहारन सीओ की जीप तोड़ दी गयी। रामनगर पुलिस चौकी को और एक-एक बस व कार समेत डेढ़ दर्जन दो पहिया वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया।एडीएम, एसडीएम, नगर मजिस्ट्रेट व पुलिस अधिकारियों को कालोनी में घुसकर जान बचानी पड़ी।
करीब चार घंटे तक जगह-जगह पुलिस बेबस बनी रही। हालांकि डीएम और एसएसपी ने पहुंच कर बवाल को शांत कराया। देर शाम तक स्थिति नियंत्रण में आ गई थी। सहारनपुर में शब्बीरपुर कांड चिंगारी को गांधी पार्क में मंगलवार को हुई सभा ने हवा दे दी। दलित उग्र हो उठे और पूरे सहारनपुर में आग लगा दी। एक दो नहीं आठ जगह पर आगजनी, पथराव, तोड़फोड़, मारपीट की गई। जिसे संभालना पुलिस और प्रशासन के लिए भारी पड़ गया। सहारनपुर में बवाल की शुरुआत गांधी पार्क से हुई।
शब्बीरपुर की घटना को लेकर भीम आर्मी के नेतृत्व में दलितों ने गांधी पार्क में विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया। सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंच गए। आरोप है कि पुलिस ने भीड़ को हटाने का प्रयास किया, लेकिन जब नहीं माने तो पुलिस ने उन पर लाठीचार्ज कर दिया। जिससे भगदड़ मच गई। आक्रोशित लोगों ने पुलिस पर ऐसा भारी पथराव किया कि पुलिस के बहादुर अधिकारी और जवान जान बचाने के लिए इधर उधर भागते नज़र आये, काफी दूर तक दौड़ा लिया।
सूचना मिलते ही अन्य थानों की पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और आधा दर्जन लोगों को पकड़ लिया। जिसमें चंद्रशेखर और कमल भी शामिल थे। पुलिस ने उनकी बाइकें भी जब्त कर लीं। इसके बाद लोग इकट्ठा होकर कोर्ट रोड के पुल पर पहुंचे और वहां भी जाम लगाने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस ने वहां से भी दौड़ा लिया।
दलितों पर पुलिस कार्रवाई की सूचना कुछ ही देर में पूरे जिले में फैल गई और दलित समाज के लोग सड़कों पर उतरते चले गए। सबसे पहले मल्हीपुर रोड पर बवाल किया। फिर हलालपुर, नाजिमपुरा, मानकमऊ, हसनपुर, अंबेहटा चांद, रामपुर मनिहारन, सरसावा में दलित समाज के लोगों ने आगजनी, तोड़फोड़, मारपीट, सड़क जाम कर दिया। वहीं बडगांव में दलित संगठनों के कार्यक्रम से कथित तौर पर शामिल होकर लौट रहे ट्रैक्टर सवार लोगों पर बडगांव थाना क्षेत्र के गांव अंबेहटा चांद में कुछ युवाओं ने हमला किया और ट्रैक्टर को फूंक दिया। ट्रैक्टर सवार मौके से भागने में सफल रहे जबकि एक को पुलिस ने पकड़ लिया। आरोप है कि ट्रैक्टर सवार लोग नारेबाजी कर रहे थे।
मंगलवार को सहारनपुर के गांधी पार्क में दलित संगठनों के कार्यक्रम से लौट रहे ट्रैक्टर सवार लोग पानी पीने के लिए अंबेहटा चांद गांव में रुके तो स्थानीय युवाओं से उनकी कहासुनी हो गई। आरोप है कि ट्रैक्टर सवार लोग नारेबाजी करते हुए जा रहे थे। इस पर आक्रोशित हुए युवाओं ने करीब तीन बजे ट्रैक्टर में आग लगा दी। ट्रैक्टर सवार कई लोग भागने में सफल रहे।
पुलिस ने एक युवक को मौके से पकड़ लिया है। जिसे चरथावल का बताया जा रहा है। थानाध्यक्ष मुनेन्द्रपाल सिंह ने बताया कि पकड़ा गया युवक अपना नाम नहीं बता रहा है। अभी तक कोई तहरीर नहीं आई है। उधर, जिले में कई स्थानों पर आज हुए बवाल को लेकर एक बार फिर से क्षेत्र के राजपूत और दलित बहुल गांवों में तनाव व्याप्त हो गया है।