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मिशन 2019 : सपा- बसपा में गठबंधन फाइनल, 37-37 सीटों पर लड़ेंगे चुनाव, क्या 2 सीट पर मानेगा RLD ?

  • January 5, 2019
  • 1 min read
मिशन 2019 : सपा- बसपा में गठबंधन फाइनल, 37-37 सीटों पर लड़ेंगे चुनाव, क्या 2 सीट पर मानेगा RLD ?

लखनऊ । लोकसभा चुनाव 2019 में महागठबंधन को लेकर चल रही सियासी उठापटक अब कागजी रूप लेती जा रही है । सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव और बसपा सुप्रीमो मायावती ने गोपनीय बैठक कर सीटों को अंतिम रूप दे दिया है। सपा और बसपा दोनों 37-37 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारेंगे जबकि राष्ट्रीय लोकदल के लिए दो सीटें छोड़ी जाएंगी। दो सीटें कांग्रेस के लिए अमेठी व रायबरेली छोड़ी जाएंगी। इसके अलावा दो सीटे भाजपा(BJP) के संभावित बागियों के लिए रखने पर सहमति बनी है। हालांकि पश्चिमी यूपी में दर्जनभर सीटों पर वर्चस्व रखने वाला राष्ट्रीय लोकदल सिर्फ 2 सीट पर मानेगा यह अभी कहना मुश्किल है । सवाल यही है कि क्या रालोद सिर्फ 2 सीट पर मानेगा ?

https://youtu.be/QyoYjtnDKpA

सूत्रों के मुताबिक दिल्ली में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव व बसपा प्रमुख मायावती के बीच शुक्रवार रात तक लंबी बैठक में इस मुद्दे पर सहमति बन गई है। हालांकि सपा के नेता मुलाकात के मुद्दे पर चुप्पी साधे हुए हैं। मुलाकात व सीटों के मुद्दे पर कुछ भी बोलने से इंकार कर रहे हैं लेकिन पार्टी सूत्रों ने बैठक होने की पुष्टि की है। सूत्रों ने कहा कि बैठक में किन सीटों पर बंटवारा हुआ इसकी कोई पुख्ता जानकारी अभी नहीं हो सकी है।

सूत्रों के मुताबिक चौ अजित सिंह की रालोद के लिए मथुरा व बागपत सीट छोड़ी जा सकती है। बागपत तो अजित सिंह की परंपरागत सीट रही है जबकि जयंत चौधरी मथुरा सीट जीत चुके हैं। लेकिन ये दोनों पिछले लोकसभा चुनाव में अपनी सीट नहीं बचा पाए थे। कांग्रेस की पूर्व अध्यक्षा सोनिया गांधी के लिए रायबरेली व पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी के लिए अमेठी सीट पर सपा-बसपा गठबंधन अपना प्रत्याशी नहीं उतारेगा। ऐसा यहां भाजपा को हर हाल में रोकने के लिए किया जाएगा।

https://youtu.be/EJcJd6ukQnA

गठबंधन को उम्मीद है कि भाजपा छोड़ चुकी सांसद सावित्री बाई फुले अगर सपा-बसपा के साथ आती हैं तो उन्हें एक सीट दी जा सकती है। इसी तरह भाजपा के सहयोगी दल से कोई बगावत करता है उसकी पार्टी के लिए एक सीट दी जा सकती है।

10 जनवरी को मायावती कर सकती हैं घोषणा –
पार्टी सूत्रों का मानना है कि मायावती इस गठबंधन के मुद्दे पर लखनऊ में 10 जनवरी को बैठक करेंगी। उसके बाद वह गठबंधन की घोषणा कर सकती हैं। मायावती फिलहाल दिल्ली में हैं लेकिन 15 जनवरी को अपने जन्मदिन के मौके पर होने वाले कार्यक्रमों में शिरकत के लिए जल्द ही लखनऊ आएंगी।

सीटें भी चिन्हित होंगी
सपा-बसपा गठबंधन में अभी सीटें चिन्हित होनी बाकी हैं। कई सीटों पर बसपा ने बिना घोषणा के प्रत्याशियों को तैयारी करने को कह रखा है जबकि कई सीटें पूरी तरह खाली हैं। खासतौर पर सपा के प्रभाव वाली सीटें छोड़ी गई हैं। गठबंधन में शामिल सपा तो अपनी सभी पांचों सिटिंग सीट पर लड़ेगी जबकि बसपा को पिछली बार एक भी सीट नहीं मिली थी। पश्चिमी यूपी में बसपा का खासा जनाधार माना जाता है।

https://youtu.be/kdMErjHLFqs

गठबंधन के बाहर ही रहेगी कांग्रेस!
कांग्रेस को दो सीटे मिलने से साफ है कि वह गठबंधन से बाहर ही रहेगी। अब यह देखना है कि कांग्रेस इनसे दोस्ताना संघर्ष करती है या मजबूती से लड़ेगी। वैसे कांग्रेस व शिवपाल यादव की नई पार्टी के बीच भी नजदीकी बढ़ने की खबरे हैं। ऐसे में इन दोनों के बीच समझौता हुआ तो सपा के लिए अलग मुश्किल होगी।