बेबाक, निष्पक्ष, निर्भीक
April 19, 2024
दिल्ली-एनसीआर

ननकाना साहिब गुरुद्वारे हमले पर राहुल गांधी ने कहा- ‘कट्टरता खतरनाक और पुराना जहर है’

  • January 4, 2020
  • 1 min read
ननकाना साहिब गुरुद्वारे हमले पर राहुल गांधी ने कहा- ‘कट्टरता खतरनाक और पुराना जहर है’

नई दिल्ली | कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पाकिस्तान में ननकाना साहिब पर भीड़ के पथराव एवं नारेबाजी की घटना की निंदा करते हुए कहा कि कट्टरता एक ऐसा खतरनाक और पुराना जहर है जिसकी कोई सीमा नहीं है। इससे पहले बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने ट्वीटर पर वीडियो शेयर कर राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से पूछा था कि इस्लाम के नाम पर पाकिस्तान में सिख भाइयों को धमकी दी जा रही है। इन कांग्रेसियों को “शोषित धार्मिक अल्पसंख्यक” का और सबूत चाहिए? आप के लिए ये सबूत काफ़ी है या और चाहिए?

राहुल ने ट्वीट कर कहा,”ननकाना साहिब पर हमला निंदनीय है और इसकी खुल कर भर्त्सना करनी चाहिए।” गांधी ने कहा, ” धर्मान्धता खतरनाक है और यह बहुत पुराना जहर है जिसकी कोई सीमा नहीं होती। प्रेम, परस्पर सम्मान और समझ ही इस जहर को खत्म करती है।” इस घटना के बारे में पूछे जाने पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने मुज्जफरनगर में संवाददाताओं से कहा कि ऐसी किसी भी घटना की निंदा होनी चाहिए।

उधर, कांग्रेस ने पाकिस्तान के ननकाना साहिब पर भीड़ द्वारा कथित पथराव एवं नारेबाजी की घटना के लिए वहां की सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए शनिवार को कहा कि इमरान खान की सरकार को इस पवित्र स्थल की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट किया, ” ननकाना साहिब गुरुद्वारे पर हुआ हमला मानवता के आदर्शों एवं धार्मिक मूल्यों को शर्मसार करने वाली घटना है। इस हमले के लिए सीधे तौर पर पाकिस्तान की सरकार जिम्मेदार है। इस घटना की हम कड़े शब्दों में निंदा करते हैं।” उन्होंने कहा, ”पाकिस्तान की सरकार ननकाना साहिब की सुरक्षा सुनिश्चित करे।”

गौरतलब है कि पाकिस्तान में सिख किशोरी से शादी करने वाले एक मुस्लिम व्यक्ति के परिवार की अगुवाई में कुछ लोगों ने अपने रिश्तेदारों की गिरफ्तारी के विरोध में शुक्रवार को यहां गुरद्वारा जन्मस्थान ननकाना साहिब के बाहर प्रदर्शन किया। खबरों के अनुसार भीड़ ने गुरद्वारे पर धावा बोल दिया और सिख श्रद्धालुओं पर पथराव किया। भारतीय विदेश मंत्रालय ने घटना की निंदा की है। हालांकि पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने इन खबरों को झूठा बताया है।