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यूपी विधानसभा चुनाव: प्रियंका ने राहुल गांधी के लिए की बड़ी प्लानिंग, अखिलेश यादव और मायावती को लेकर कही यह बात

  • January 11, 2022
  • 1 min read
यूपी विधानसभा चुनाव: प्रियंका ने राहुल गांधी के लिए की बड़ी प्लानिंग, अखिलेश यादव और मायावती को लेकर कही यह बात

नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश में 10 फरवरी से सात चरणों में चुनाव होगा। अधिसूचना जारी होने के बाद राजनीतिक दलों ने पूरी ताकत लगा दी है। कांग्रेस की तरफ से महासचिव प्रियंका गांधी चुनाव में जोरशोर से प्रचार-प्रसार कर रहीं हैं। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने सोमवार को एक टीवी चैनल को इंटरव्यू दिया। इस दौरान उन्होंने खुलकर कई मसलों पर अपनी बात रखी। यह भी बताया कि राहुल गांधी कब से प्रचार शुरू करेंगे? इसके अलावा प्रियंका ने अखिलेश यादव और मायावती पर भी निशाना साधा। पढ़िए प्रियंका ने क्या-क्या कहा?

प्रियंका गांधी से सवाल पूछा गया कि आप तो यूपी में खूब प्रचार-प्रसार कर रहीं हैं, क्या राहुल गांधी भी प्रचार करेंगे? इसका जवाब देते हुए प्रियंका ने कहा, ‘जी हां, यूपी के नौजवानों के लिए कुछ नई घोषणाएं भी होनी है। मैंने भइया के लिए एक प्रोग्राम भी बनाया है। मैं चाहती हूं कि वह उसमें शामिल हों।’ इस साल कांग्रेस अध्यक्ष पद के होने वाले चुनाव को लेकर भी प्रियंका गांधी ने अपनी बात रखी। उनसे पूछा गया कि क्या राहुल गांधी ये चुनाव लड़ेंगे? इसपर प्रियंका ने कहा, ‘जिसको अध्यक्ष बनना है वह जरूर लड़ेगा। कांग्रेस अध्यक्षा ने कहा है कि चुनाव पूरी तरह से निष्पक्ष हो।’ इसके बाद प्रियंका से सवाल पूछा गया कि आपको क्या लगता है कि राहुल गांधी को चुनाव लड़ना चाहिए या नहीं? इसपर प्रियंका ने कहा, ‘राहुल गांधी को भी चुनाव जरूर लड़ना चाहिए।’

इस सवाल के जवाब में प्रियंका ने कहा, ‘ये तो नतीजे साबित करेंगे। लेकिन मुद्दा यह है कि हमने प्रयास क्या किया है? हम चुनाव के असली मुद्दों के साथ जनता के बीच जा रहे हैं। हम उन्हें बता रहे कि हम इन मुद्दों को लेकर आपके लिए क्या करना चाहते हैं? बेरोजगारी, महिलाओं के लिए क्या करना चाहते हैं? प्रियंका ने इसका जवाब देते हुए कहा, ‘जब मैं 16 साल की थी तब से मुझको लेकर चर्चा हो रही है। पहले इस बात की चर्चा होती थी कि प्रियंका राजनीति में आएंगी या नहीं। आ गई तो इस बात की चर्चा होने लगी है कि देर से क्यों आईं, कब तक रहेंगी?

2017 विधानसभा चुनाव से पहले जब मैं महासचिव बनाई गई तो यह कहा जा सकता है कि उस वक्त लेट था। अब उसके बाद की बात होनी चाहिए। चुनाव के नतीजों के बाद जब मैं यूपी में पहुंची तो मालूम चला कि हमारा संगठन ही बहुत कमजोर है। लंबे समय से हम सत्ता में नहीं थे। कई सीटों पर तो हम चुनाव लड़े ही नहीं। तब मैंने फैसला लिया कि मुझे सबसे पहले नए सिरे से संगठन खड़ा करना होगा। डेढ़ साल मैंने केवल संगठन बनाया। अब एक नई ऊर्जा के साथ संगठन खड़ा हो चुका है। ब्लॉक, गांव लेवल पर भी हमने संगठन बनाया है। अब हमारे पास लाखों कार्यकर्ता हैं।

इस सवाल के जवाब में प्रियंका बोलीं, ‘जब हमारा संगठन ही नहीं था, तो लोग किसे देखकर वोट करते। अब दो साल के अंदर इसमें काफी बदलाव किया है। आज आप देखिए लड़की हूं लड़ सकती हूं… अभियान को घर-घर तक हमारे कार्यकर्ताओं ने पहुंचाया। मैराथन या अन्य रैलियों और वादों को हमारे कार्यकर्ता घर-घर तक पहुंचा रहे हैं। अब हमारा संगठन एक नई ऊर्जा के साथ खड़ा हो रहा है। भाजपा, सपा, बसपा का एक बड़ा संगठन है। अब हमने भी बनाया है। जाहिर है कि जहां हम हैं, वहां से हमें बहुत संघर्ष करना बाकी है। लेकिन पिछले दो से ढाई साल में कोई यह नहीं कह सकेगा कि हमने जनता के मुद्दे नहीं उठाए हैं।

जहां अखिलेश जी घर पर बैठे रहे, बाहर नहीं निकले। पूरे कोरोनाकाल में अखिलेश जी नहीं दिखे। मायावती जी घर पर बैठी रहीं। बाहर नहीं आईं। जहां-जहां समस्या दिखी, उसे सिर्फ कांग्रेस ने उठाया। जनता के हर दुख में कांग्रेस के कार्यकर्ता पहले खड़े हुए। हमारी एकमात्र पार्टी है, जिसके 18 हजार से ज्यादा कार्यकर्ताओं और नेताओं को पिछले डेढ़ साल में जेल भेजा गया। मुद्दे हम उठा रहे हैं। लड़ाई हम लड़ रहे हैं। हम विश्वास करते हैं कि जो हम कह रहे हैं वो उत्तर प्रदेश की जनता के लिए महत्वपूर्ण है।