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April 19, 2024
उत्तर प्रदेश

मोदी की किम जॉन्ग से तुलना करने पर 50 व्यापारियों पर रिपोर्ट दर्ज

  • October 16, 2017
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मोदी की किम जॉन्ग से तुलना करने पर 50 व्यापारियों पर रिपोर्ट दर्ज

कानपुर। उत्तर प्रदेश में कानपुर पुलिस ने 23 व्यापारियों पर मोदी की किम से तुलना वाले बैनर और होर्दिंग्स पूरे कानपुर शहर में लगाए जाने के आरोप में केस दर्ज किया गया है। बैंक द्वारा 10 के सिक्के जमा न करने के आरोप में व्यापारियों ने अपना विरोध जताने के लिए इन पोस्टर को 12 अक्टूबर को लगाया था। इन होर्दिंग्स में एक साइड तानाशाह किम की फोटो लगी है जिसके कैप्शन में लिखा है “मैं दुनिया को मिटा कर दम लूंगा”। दूसरी साइड पीएम मोदी की फोटो लगाई गई है जिसके कैप्शन में लिखा है “मैं व्यापार को मिटा कर दम लूंगा।”

इस घटना के सामने आने के बाद पुलिस ने आईपीसी की विभिन्न धाराओं और यूपी स्पेशल पावर एक्ट के तहत व्यापारियों पर केस दर्ज किया। पुलिस ने इस मामले में एक गिरफ्तारी भी की है और उच्च अधिकारियों का कहना है जल्द ही अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए शख्स का नाम प्रवीण कुमार है जो कि शारदा नगर का रहने वाला है। सुप्रींटेंडेंट ऑफ पुलिस अशोक वर्मा ने इस गिरफ्तारी की पुष्टि की। प्रवीण कुमार को नरेंद्र मोदी की तुलना किम से करने वाले होर्दिंग्स लगाते हुए गिरफ्तार किया गया था।
व्यापारी नेताओं का कहना है कि व्यापारियों को गिरफ्तार करने में पुलिस ने जो तेजी दिखाई है अगर वही तेजी व्यापारियों की समस्या के समाधान में दिखाती तो शायद यह नौबत भी न आती, इसे तानाशाही नही तो और क्या कहा जा सकता है।

वहीं पुलिस द्वारा व्यापारियों पर कार्यवाही किए जाने का विरोध अन्य व्यापारी कर रहे हैं। उनका कहना है कि व्यापारियों पर दर्ज किए गए केस के विरोध में वे इस साल दीवाली नहीं मनाएंगे। सूत्रों के मुताबिक बैंक और दुकानदार 10 रुपए के सिक्के नहीं ले रहे हैं, जिसके कारण व्यापारियों को मजबूरन अपने कर्मचारियों को सिक्कों में सैलरी देनी पड़ रही हैं। व्यापारियों का आरोप है कि बजाए पूरी राशि देने के बैंक सिक्कों का 25 प्रतिशत काटकर उन्हें नोट देने की बात कर रहा है। व्यापारियों को कहना है कि बैंक अधिकारियों और सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ से भी इस गंभीर विषय पर चर्चा की गई थी लेकिन जब कहीं से कोई समाधान नहीं निकला तो हमें मजबूरी में राज्य सरकार और केंद्र सरकार का ध्यान इस समस्या पर केंद्रित करने के लिए इस प्रकार के पोस्टर और होर्दिंग्स लगाने पड़े।