मीट कारोबारी मोइन कुरैशी पर ED ने कसा शिकंजा, मनी लॉन्डरिंग एक्ट के तहत केस दर्ज
प्रवर्तन निदेशालय ने 200 करोड़ रुपए के धनशोधन के आरोप में मिलेनियर मीट कारोबारी मोइन कुरैशी को शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया है। प्रवर्तन निदेशालय ने मोइन कुरैशी को दिल्ली से गिरफ्तार किया है। इसके बाद मोइन को शनिवार को दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया जाएगा। अधिकारियों का कहना है कि मोइन से इस मामले को लेकर पूछताछ की गई लेकिन उसने पूछताछ में सहयोग नहीं किया। फिलहाल इस गिरफ्तारी को लेकर अन्य जानकारी आना अभी बाकी है। मोइन पर आरोप है कि वह हवाला एजेंट्स के जरिए दुबई, लंदन और अन्य देशों में पैसा भेजा करता था। इस मामले की जांच के दौरान आयकर विभाग ने पाया कि मोइन के पास 11 बैंक लॉकर हैं। ये सभी लॉकर उसके कर्मचारी और साथियों के नाम पर हैं लेकिन असल में इन लॉकर का सीधा ताल्लुक मोइन कुरैशी से था। प्रवर्तन निदेशालय ने 2015 में मोइन कुरैशी के खिलाफ प्रीवेंशन ऑफ मनी लॉन्डरिंग एक्ट के तहत केस दर्ज किया था।
इस छापेमारी में धर्मेंद्र सिंह आनंद के कार्यालय से भारतीय करेंसी में 6,43,380 रुपए, 52,66,055 भारतीय मूल्य की विदेशी मुद्रा और अन्य आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद हुए। ऐसे ही धर्मेंद्र सिंह आनंद के आवास से 2,06,19,000 की भारतीय मुद्रा व 46,11,111 रुपए मूल्य की विदेशी मुद्रा बरामद हुई। यहां से कुछ आपत्तिजनक दस्तावेजों के साथ ही इलेक्ट्रानिक उपकरण भी जब्त किए गए थे। ईडी अफसरों ने बताया कि एजंसी ने इनके अलावा जसवीर सिंह नाम के व्यक्ति के यहां भी छापामारी की थी। जसवीर सिंह के यहां से ईडी को 12,70,000 रुपए, कुछ आपत्तिजनक दस्तावेजों व इलेक्ट्रानिक उपकरण बरामद हुए थे।