..और जब राहुल गांधी ने थामा आडवाणी का हाथ !
नई दिल्ली । वैसे तो राजनीतिक मैदान में पक्ष और विपक्ष हमेशा आमने-सामने तन कर खड़े नजर आते हैं। मगर बजट सत्र के पहले दिन सियासी शिष्टाचार का बेमिसाल नजारा देखने को मिला। सियासी कटुता को भुलाकर सत्ता पक्ष और विपक्ष के वरिष्ठ नेताओं ने राष्ट्रपति के अभिभाषण से पहले और बाद में हंसते-मुस्कुराते गर्मजोशी से हाथ मिलाते या एक दूसरे का अभिवादन करने में राजनीतिक प्रतिद्वंदिता को आड़े नहीं आने दिया।
भाजपा के दिग्गज नेता लालकृष्ण आडवाणी संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ पहली पंक्ति में बैठे और उनसे निरंतर संवाद करते दिखे। संसदीय कार्य राज्यमंत्री विजय गोयल ने भी सोनिया के पास जाकर उनसे कुछ मिनटों तक चर्चा की। आडवाणी, सोनिया के साथ दो पूर्व प्रधानमंत्रियों मनमोहन सिंह और एचडी देवेगौड़ा को पहली पंक्ति में बिठाया गया था। राहुल गांधी भी पहली पंक्ति में बैठे नजर आए, जिन पर सभी की निगाहें जमी थीं। राहुल को पहली पंक्ति में जगह देने को लेकर खास दिलचस्पी इसलिए रही, क्योंकि गणतंत्र दिवस परेड समारोह में उन्हें छठी पंक्ति में जगह दी गई थी। कांग्रेस ने इस पर काफी एतराज जताया था और इसे अपने नेता को अपमानित किया जाना कहा था। वहीं सोशल मीडिया पर भी इसको लेकर सरकार की काफी किरकिरी हुई थी।
हालांकि हमेशा सरकार पर निशाना साधने की मुद्रा में नजर आने वाले राहुल गांधी ने भी अपने व्यवहार से सभी का दिल जीत लिया। राष्ट्रपति का अभिभाषण खत्म होने के बाद बाहर जाने के लिए जैसे ही आडवाणी खड़े हुए, राहुल गांधी ने आगे बढ़कर उनका हाथ थाम लिया और बाहर निकलने में मदद की। इसी दौरान विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और सोनिया गांधी के बीच भी गर्मजोशी के साथ अभिवादन हुआ।