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इलाहाबाद: शिक्षा ग्रहण करने के साथ अपनी पर्सनलिटी भी डेवलेप करे छात्र- मण्डलायुक्त डॉ. आशीष कुमार गोयल

  • November 21, 2017
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इलाहाबाद: शिक्षा ग्रहण करने के साथ अपनी पर्सनलिटी भी डेवलेप करे छात्र- मण्डलायुक्त डॉ. आशीष कुमार गोयल

शशांक मिश्रा:-

शिक्षा ग्रहण करने के साथ संस्थान में आयोजित होने वाले इंवेंटों में प्रतिभाग कर अपनी योग्यताओं को निखारा जा सकता है। इंवेंटो में भाग लेने से खुद के अन्दर एक टीमलीडर बनने, एक वक्ता बनने या किसी भी विधा में अपने आप को दूसरों के सामने एक मिशाल के रूप में पेश किया जा सकता है। इंवेटों की मदद से अपने आप में एक पर्सनालिटी को भी विकास किया जा सकता है। पर्सनलिटी विकसित करने का मतलब सिर्फ बॉडी बनाना नही होता बल्कि एक टीम वर्क के साथ काम करना, कम्यूनिकेशन स्कील का डेवलेप होना, किसी भी भाषा में धारा प्रवाह से बोलना, अपनी बातो से किसी को इंप्रेशन करना आदि होता है जो इन इंवेटों को आयोजन एवं इसमें प्रतिभाग लेकर छात्र-छात्राये कर सकते है। उक्त बाते आज मण्डलायुक्त डॉ. आशीष कुमार गोयल ने आईईआरटी के उद्धभव समागम 2017 के कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में कही।

मण्डलायुक्त ने आईईआरटी के उद्धभव समागम 2017 के कार्यक्रम की शुरूरात दीप प्रजज्वलित कर एवं भगवान गणेश की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर की। आईईआरटी के छात्र-छात्राओं के द्वारा विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये गये जिसके सराहना उपस्थित लोगों ने की। मण्डलायुक्त ने उपस्थित आईईआरटी के छात्र एवं छात्राओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि अपने शैक्षिणक लक्ष्य को हासिल करने के साथ अपने पर्सनलनिटी को भी डेवलेप करे। उन्होंने कहा कि आईईआरटी की पहले सात ब्रांच चलती थी पर आज सिर्फ तीन ब्रांच संचालित है शीघ्र ही सातों ब्रांच संचालित कि जायेगी जिससे छात्रों को शिक्षा ग्रहण करने में किसी प्रकार कोई परेशानी न हो आईईआरटी की फीस को अन्य प्राइवेट संस्थानों की अपेक्षा कम रखी जायेगी जिससे टेलेंटेड छात्र-छात्राओं को शिक्षा प्राप्त करने में सहूलियत है साढ़े पांच करोड़ के दो ब्लाक बनाये जा रहे है जिसमें लेब्रोटरी एवं क्लासेंस शीघ्र शुरू कर दिये जायेंगे कम्प्यूटर लैब में 150 कम्प्यूटर दिये जायेंगे इसके साथ ही पुराने इंसटूरूमेंट को भी बदला जायेगा। मण्डलायुक्त ने इस बात भी ध्यान आकर्षित किया कि शिक्षा के लिए शिक्षक और शिक्षार्थी दोनों का महत्व होता है अच्छे से अच्छे क्लासरूम के होने पर भी अगर शिक्षक न पढाये और शिक्षार्थी न पढे तो ऐसे क्लास रूम का कोई मतलब नही होता है शिक्षक को अपने दायित्वों का पालन करते हुए शिक्षार्थी को शिक्षा देनी चाहिए और शिक्षार्थी को भी दी जा रही शिक्षा को पूरी लगन से ग्रहण करना चाहिए तभी उसका भविष्य उज्जवल हो सकता है। उन्होंने आईईआरटी के छात्र-छात्राओं को उनके भविष्य की शुभकामनाये दी। इस कार्यक्रम में मण्डलायुक्त डॉ. आशीष कुमार गोयल एवं अपर मण्डलायुक्त अखिलेश को आईईआरटी के पदाधिकारियों के द्वारा सम्मानित करते हुए उन्हें प्रतिक चिन्ह प्रदान किया गया।