बेबाक, निष्पक्ष, निर्भीक
April 20, 2024
स्वास्थ्य

सिगरेट से ज्यादा खतरनाक है अगरबत्ती का धुआं, पढ़िए हो सकता है कैंसर

  • February 10, 2018
  • 1 min read
सिगरेट से ज्यादा खतरनाक है अगरबत्ती का धुआं, पढ़िए हो सकता है कैंसर

अगरबत्ती को न सिर्फ आध्यात्मिकता का बल्कि शांति और शुद्धता का प्रतीक भी माना जाता है। हो सकता है अगरबत्ती के जलने पर निकलने वाली सुगंध आपको बहुत पसंद हो और आपके मन को सुकून पहुंचाती हो लेकिन हकीकत यह है कि अगरबत्ती से निकलने वाला धुआं, सिगरेट के धुएं से भी ज्यादा खतरनाक है। पूजा पाठ और धार्मिक कार्यों में अगरबत्ती का इस्तेमाल जरूर किया जाता है। एक स्टडी में इस बात का खुलासा हुआ है।
जब अगरबत्ती को जलाया जाता है तो उसके धुएं के साथ बारीक कण निकलते हैं तो हवा में घुल-मिल जाते हैं। इन सुगंधित अगरबत्तियों से बेहद जहरीले कण निकलते हैं जो शरीर की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाते हैं।

स्टडी में यह बात साबित हुई कि सुगंधित अगरबत्ती के धुएं में तीन तरह के विषैले तत्व होते हैं जिनसे कैंसर होने का खतरा रहता है। ये विषैले तत्व हैं- म्युटाजेनिक, जीनोटॉक्सिक और साइटोटॉक्सिक। लिहाजा अगरबत्ती से निकलने वाले हानिकारक धुएं से शरीर में मौजूद जीन का रूप परिवर्तित हो जाता है जो कैंसर और फेफड़ों से जुड़ी बीमारियां होने की पहली स्टेज है। जेनेटिक म्यूटेशन यानी आनुवंशिक उत्परिवर्तन से DNA में परिवर्तन हो सकता है जो अच्छा संकेत नहीं है।

अगरबत्ती से निकलने वाले धुएं को जब हम सांस के साथ अंदर लेते हैं तो वह हमारे फेफड़ों तक पहुंचकर फेफड़ों में जलन उत्तेजना और रिऐक्शन उत्पन्न कर सकते हैं। चूंकि इन पार्टिकल्स में 64 कम्पाउंड मौजूद होते हैं लिहाजा इससे सांस के रास्ते में खुजली और जलन भी हो सकती है। ऐसा इसलिए भी होता है क्योंकि अगरबत्ती के धुएं में बेहद बारीक कण मौजूद होते हैं जो हमारे शरीर के लिए बेहद हानिकारक हैं। साथ ही अगरबत्ती में मौजूद आर्टिफिशल सुगंध इस खतरे को और बढ़ाने का काम करती है।