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टला बड़ा हादसाः बिना इंजन दौड़ती रही शिवगंगा एक्सप्रेस, लोगों में दहशत

  • September 8, 2017
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टला बड़ा हादसाः  बिना इंजन दौड़ती रही शिवगंगा एक्सप्रेस, लोगों में दहशत
रेल मंत्री भले ही बदल गए हो लेकिन रेलवे के हालात नहीं बदल रहे। शुक्रवार को फिर एक बार एक ट्रेन हादसे का शिकार होने से बाल बाल बची। यह ट्रेन थी दिल्ली से वाराणसी के बीच वीआईपी ट्रेनों में शुमार शिवगंगा एक्सप्रेस। यह ट्रेन एक बार नहीं बल्कि दो बार मौत के मुंह में जाने से बची। हजारों यात्रियों के साथ बड़ा हादसा हो सकता था लेकिन उनसी किस्मत अच्छी थी कि दो बार ट्रेन और इंजन अलग अलग होने के बाद भी कोई हादसा नहीं हुआ। यह ट्रेन शु्कवार सुबह दो बार हादसे का शिकार होने से बची। ऐसे में ट्रेन के पलटने की पूरी संभावना थी।
पहली बार इलाबाबाद से आगे झूंसी स्टेशन के पास जहां कपलिंग टूटने की वजह से इंजन और ट्रेन अलग अलग हो गई। यह घटना फिर भदोही स्टेशन से पहले राधास्वामी धाम के पास इंजन अलग हो गई। करीब आधा किमी तक यात्रियों से भरी ट्रेन बिना इंजन के पटरी पर दौड़ती रही।

हालांकि इस हादसे के दौरान किसी के नुकसान होने की कोई खबर नहीं है। सभी यात्री सुरक्षित हैं। घटना के बाद करीब एक घंटे तक ट्रेन वहीं खड़ी रही। उसकी इंजन बदली गई। घटना 10 बजे के करीब की है। ट्रेन दोपहर 2.20 बजे वाराणसी पहुंची। वाराणसी में स्टेशन पर इंतजार कर रहे लोग गुस्से में हैं।  शिवगंगा एक्सप्रेस के वाराणसी पहुंचते ही उसकी जांच पड़ताल शुरू कर दी गई। कई अधिकारी स्टेशन पर पहले ही पर पहुंच चुके थे। दोबरा कपलिंग टूटने की सूचना से वो भी हलकान थे। सुबह सात बजे वाराणसी पहुंचने वाली ट्रेन जब दोपहर ढाई बजे के करीब वाराणसी पहुंची तो यात्री बिलख पड़े। उनके चेहरे पर गुस्से के साथ एक अनजान सा डर था। हालांकि ट्रेन से बहुत सारे यात्री ज्ञानपुर स्टेशन पर ही उतर गए थे। एक यात्री ने रेलवे प्रसासन को कोसते हुए कहा कि वाराणसी के दरवाजे पर आकर सात घंटे अटके रहे।

बाबा का आर्शीवाद था कि जान बच गई। इंजन अलग होने के कारण ट्रेन पलटती तो कोई नहीं बचता। उन्होंने बताया कि इंजन अलग होने के कारण एसी भी बंद कर दी गई। एक ट्रेन लेट और उपर से एसी भी बंद तो परेशानी और बढ़ गई। उनका चेहरा बता रहा था कि वो किस दहशत में थे।