
पटना | बिहार विधानसभा चुनाव के लिए महागठबंधन में सीट शेयरिंग का ऐलान हो गया है। बिहार विधानसभा की 243 सीटों में से 144 पर राष्ट्रीय जनता दल, 70 पर कांग्रेस और 29 सीटों पर लेफ्ट पार्टियां चुनाव लड़ेगी। लेफ्ट पार्टियों में सीपीएम को 4 सीटें, सीपीआई को 6, सीपीआई माले को 19 सीटें दी गई हैं। वीआईपी को आरजेडी को अपने कोटे से सीट देना था, लेकिन सीट शेयरिंग से असंतुष्ट मुकेश सहनी प्रेस कॉन्फ्रेंस से उठकर चले गए। वीआईपी के कार्यकर्ताओं ने टिकट बंटवारे को लेकर हंगामा किया और तेजस्वी यादव मुर्दाबाद के नारे भी लगाए। वीआईपी 25 सीटों की मांग कर रही थी।
सीटों की घोषणा के पहले कांग्रेस छानबीन समिति के अध्यक्ष अविनाश पांडेय ने प्रेसवार्ता को संबोधित किया। वहां मौजूद सभी घटक दल के नेताओं ने तेजस्वी यादव को महागठबंधन का नेता भी घोषित कर दिया। इस मौके पर तेजस्वी ने कहा कि महागठबंधन बिहार को एक बेहतर विकल्प देगा। उन्होंने सभी सहयोगी दलों के मान-सम्मान की रक्षा का अश्वासन दिया। महागठबंधन में राजद के बाद सबसे अधिक सीटें कांग्रेस को मिली हैं। वाम दलों में माले के खाते में सबसे अधिक सीटें आईं हैं।
कांग्रेस स्क्रीनिंग कमिटी के चेयरमैन अविनाश पांडे ने इस दौरान कहा कि 2015 के चुनाव के दौरान बिहार की जनता ने महागठबंधन को भारी बहुमत दिया था। हालांकि कुछ ही समय बाद नीतीश कुमार ने जनता की चुनी हुई सरकार को त्यागकर किसी और से हाथ मिला लिया। बिहार की जनता उन्हें इस बार माफ नहीं करने वाली है। इसके साथ ही उन्होंने केंद्र सरकार को कृषि कानूनों को लेकर भी घेरा और इन्हें तुगलकी करार दिया।
बाल्मीकीनगर लोकसभा सीट कांग्रेस को-
राजद नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने विधानसभा की सभी सीटों के साथ बाल्मीकीनगर लोकसभा सीट की भी घोषणा कर दी। उन्होंने कहा कि बाल्मिकीनगर संसदीय सीट के लिए उप चुनाव में कांग्रेस अपना प्रत्याशी देगी। कांग्रेस के उम्मीदवार ही महागठबंधन के घोषित उम्मीदवार होंगे। आम संसदीय चुनाव में भी वह सीट कांग्रेस के खाते में ही गई थी।
ऐसे बंटी बिहार विधानसभा की सीटें –
RJD- 144 (RJD अपने कोटे से झामुमो को सीटें देगा। इसकी घोषणा एक-दो दिन में कर दी जाएगी।)
कांग्रेस- 70
माले – 19
सीपीआई – 06
सीपीएम- 4