
अलीगढ | पंचायत चुनाव शांतिपूर्ण कराने के लिए प्रशासन ने बड़ा निर्णय लिया है | त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों को देखते हुए हिस्ट्रीशीटर अपराधियों व चुनावी हिंसा में शामिल आपराधिक तत्वों को जिला बदर करने की कार्रवाई शुरू हो गई है। एडीएम वित्त न्यायालय ने अब तक 33 लोगों को छह माह के लिए जिला बदर करने के आदेश दिए हैं। इनमें से 16 को बृहस्पतिवार को जिला बदर किया गया है।
इनमें हाशिम निवासी आजमाबाद माछुआ थाना हरदुआगंज, दिनेश कुमार उर्फ दिन्ना निवासी नगला हिमाचल थाना गंगीरी, चुन्नू निवासी मोहल्ला सराय वली अतरौली, जीतू उर्फ जितेंद्र, कान्हा निवासी नगला रंजीता अकराबाद, रिजवान निवासी बरला, रमाकांत निवासी रघुपुरा बरला, छोटे उर्फ सनी निवासी विस्तौली विजयगढ़, तेजवीर कुमार, अंगद उर्फ वीरपाल निवासी वीशनपुर वाहनपुर पालीमुकीमपुर, रवि निवासी गहतौली निर्मल पालीमुकीमपुर, आबाद, सज्जाद निवासी गांव अधौन अकराबाद, हबीब निवासी दादों, आदेश निवासी सपेरा भानुपुर हरदुआगंज को जिला बदर किया है।
उधर, अप्रैल के पहले दिन बृहस्पतिवार को अतरौली के गांव सहनौल निवासी सुनील उर्फ बड्डा, सुमित, दादों निवासी बबलू, अतरौली के गांव औरैनी दलपत निवासी राकेश, छर्रा के रुखाला निवासी विकास कुमार, दादों निवासी हाशिम, नदीम, हरदुआगंज के गढ़ी जलाली निवासी सुभाष, छर्रा के गांव सतरापुर निवासी फरजंद, सैंदू, छर्रा के गांव सिंहावली निवासी अखिलेश उर्फ डीएम, गंगीरी के गांव बढ़ारी बुजुर्ग निवासी नन्नू और हेमंत कुमार, दादों के गांव सांकरा निवासी मानपाल और अकराबाद के गांव बिलौठी निवासी नरेश कुमार को जिला बदर किया है। एडीएम वित्त विधान जायसवाल ने बताया कि अन्य हिस्ट्रीशीटर की सूची बन रही है। इन्हें भी जल्द ही जिला बदर किया जाएगा। चुनाव के दौरान किसी को भी कानून व्यवस्था से खिलवाड़ की इजाजत नहीं दी जाएगी।