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छात्र एवं शिक्षा

AMU वीमेन्स कालेज के छात्रासंघ ने कराई काव्य परिचर्चा, महिला को वस्तु के रूप में प्रस्तुत करना आम चलन : यासीन अनवर

  • March 6, 2018
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AMU वीमेन्स कालेज के छात्रासंघ ने कराई काव्य परिचर्चा, महिला को वस्तु के रूप में प्रस्तुत करना आम चलन : यासीन अनवर

अलीगढ़ | अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के वीमेन्स काॅलेज की छात्रासंघ द्वारा काॅलेज आडीटोरियम में ‘‘काव्य की कला के साथ एक अल्प भेंट’’ विषय पर एक परिचर्चा का आयोजन कियाग या। जिसका उद्देश्य परिसर में काव्य एवं साहित्य के वातावरण को जीवित करना था। पोइट्री फेस्टिवल (काफिया) के संस्थापक, दिल्ली पोइट्री फेस्टिवल के सहयोगी संस्थापक तथा इण्डियन पोइट्री सोसायटी द्वारा ‘‘यंग पोइट एवार्ड’’ प्राप्त करने वाले यासीन अनवर तथा फिल्मी गीतकार एवं उर्दू हिन्दी के शायर असीम अहमद अब्बासी कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे। जबकि डाॅ. अलीशा इबकार ने परिचर्चा के संचालक के रूप में भाग लिया।

कार्यक्रम का शुभारंभ रैय्यान अहमद तथा अलवीना रईस खाॅ द्वारा असीम अहमद अब्बासी के लिये ‘‘इनपिटेंस’’ तथा ‘‘मनमेरा’’ की परफार्मेन्स से हुआ। कार्यक्रम का संचालन करते हुए मदीहा नोमान ने कहा कि इस काॅलेज में इस्मत चुगताई तथा रशीद जहाॅ जैसी प्रख्यात विभूतियाॅ रह चुकी हैं तथा साहित्य एवं शायरी की प्राचीन संस्कृति को जीवित करना वर्तमान समय की महती आवश्यता है। असीम अहमद अब्बासी ने कहा कि सोशल मीडिया से शायरी पर सकारात्मक एवं नकारात्मक दोनों प्रभाव पड़े हैं। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया छुपे हुए शायरों को एक मंच उपलब्ध कराता है तथा उन्हें अपनी सृजनात्मक कोशल को जनता के सामने लाने का अवसर प्राप्त होता हैं । परन्तु इससे शायरी के कार्य को हानि पहुचती है क्योंकि सोशल मीडिया पर अब हर कोई यह दावा करता है कि वह शायर है।

यासीन अनवर ने कहा कि केवल दिल्ली में ही वर्तमान में लगभग 6000-7000 शायर हैं जो अपनी शायरी सुनाते हैं। उन्होंने दुख प्रकट करते हुए कहा कि बालीवुड के गीतों में महिला को एक वस्तु के रूप में प्रस्तुत करना आम चलन हो गया है। परिचर्चा के उपरान्त तीनों अतिथियों ने अपना काव्य प्रस्तुत किया। अंग्रेजी विभाग की डाॅ. नाजिया हसन तथा डाॅ. सरवर साजिद ने शेर प्रस्तुत किये। मदीहा नोमान ने जावेद अख्तर की प्रसिद्व कविता बंजारा सुनाई। जरीश नाज़रा, अरीशा खाॅ, आयशा नजीब, उजमा सरवर तथा जमा गोरी ने भी अपनी रचनाऐं प्रस्तुत कीं। प्रधानाचार्य प्रो. नईमा खातून ने अतिथियों को प्रतीक चिन्ह प्रदान किये। छात्रासंघ की अध्यक्ष नबा नसीम ने उपस्थितजनों के प्रति आभार व्यक्त किया। छात्रसंघ की सीनियर केबिनेट अरीशा खाॅ कार्यक्रम की संयोजक थीं।