अलीगढ : नीटू ही रहेंगे जिला पंचायत अध्यक्ष, जयवीर के दांव से विरोधी पस्त
अलीगढ | जिला पंचायत अध्यक्ष पद को लेकर जिले में मचे सियासी घमासान में अब नया मोड़ आ गया है | बसपा छोड़ भाजपा में शामिल हुआ पूर्व मंत्री जयवीर सिंह अब अपने विरोधियों पर भारी पड़ रहे हैं | डीएम ने शनिवार को शासन से विधिक परामर्श मिलने के बाद विपक्षी खेमे का अविश्वास प्रस्ताव वापिस कर दिया है | डीएम के रुख ने साफ़ कर दिया है कि अब एक साल तक जयवीर सिंह के भतीजे जिला पंचायत अध्यक्ष उपेन्द्र सिंह नीटू की कुर्सी को कोई खतरा नहीं है | हालांकि विपक्षी खेमा अभी हाईकोर्ट जाने की बात कह रहा है |
बताते चलें कि भाजपा की सरकार बनने के बाद से ही अलीगढ में बसपा के उपेन्द्र सिंह नीटू को जिला पंचायत अध्यक्ष पद से हटाने की कवायद शुरू हो गयी थी लेकिन अचानक पूर्व मंत्री जयवीर सिंह के खेमे ने भाजपा में शामिल होकर विरोधियों को बड़ा झटका दे दिया | भाजपा में शामिल होने के बाद से ही माना जा रहा था कि अब जिला पंचायत अध्यक्ष को हटाना मुश्किल होगा लेकिन विपक्षी खेमा फिर भी प्रयासरत रहा | पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष सुधीर चौधरी, तेजवीर सिंह गुडडू, जिला पंचायत सदस्य अजीत गौड़, ने उपेन्द्र सिंह नीटू को हटाने के लिए डीएम को अविश्वास प्रस्ताव सौंपा | डीएम ने फ्लोर टेस्ट के लिए तिथि देने की बात कहकर टाल दिया | अब शनिवार को डीएम ने शासन से विधिक परामर्श लेकर प्रस्ताव को लौटा दिया है | डीएम के रुख से विपक्षी खेमे को बड़ा झटका लगा है | विपक्षी खेमे के जिला पंचायत सदस्य अजीत गौड़ ने कहा है कि विपक्ष के पास स्पष्ट बहुमत हैं, डीएम ने हमे गुमराह किया है | हाईकोर्ट में अपना पक्ष रखेंगे | वहीँ जिला पंचायत अध्यक्ष उपेन्द्र सिंह नीटू ने कहा है कि हमारे पास स्पष्ट बहुमत है | हम विकास के लिए अध्यक्ष चुने गए हैं और विकास के नाम पर कोई समझौता नहीं करेंगे |
डीएम के रुख से जिले में एक बार फिर सियासी सरगर्मियां बड गयी हैं | जयवीर सिंह के दांव से विपक्षी खेमे को पस्त करने की चर्चाएं जोरो पर हैं |