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March 28, 2024
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तेजप्रताप की सगाई पर राबड़ी बोली, खल रही लालू जी की कमी

  • April 18, 2018
  • 1 min read
तेजप्रताप की सगाई पर राबड़ी बोली, खल रही लालू जी की कमी

बिहार | राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के बड़े पुत्र तेजप्रताप यादव की सगाई बुधवार को हो रही है। सगाई महागठबंधन सरकार में मंत्री रहे चंद्रिका राय की बेटी व बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री दरोगा प्रसाद राय की पौत्री ऐश्वर्या से हो रही है। पटना के होटल मौर्या में होने वाले इस समारोह में दोनों परिवार तथा उनके करीबी लोग ही शामिल हुए। तेजप्रताप और ऐश्वर्या की सगाई दोपहर 12 के करीब शुरू हुई। सगाई करने पहुंचे तेजप्रताप ने ब्लू कलर का सूट पहन रखा है। उनके साथ उनके छोटे भाई तेजस्वी यादव, सभी बहनें, जीजा और मां राबड़ी देवी भी मौजूद हैं। तेजप्रताप यादव को धर्म-कर्म में विशेष लगाव है, इसलिए तय मुहूर्त पर सगाई की जा रही है। इस मौके पर राबड़ी देवी ने कहा कि पहली बार हमारे घर में बहू आ रही है। खुशी का माहौल है। यदि लालू जी इस पल हमारे साथ होते तो महौल और अधिक खुशी भरा हो जाता। उम्‍मीद है कि वे शादी में मौजूद रहेंगे। सगाई में शामिल होने पहुंची तेजप्रताप की बड़ी बहन मीसा भारती ने कहा कि यह हमारे लिए खुशी का पल है। यदि हमारे पिता लालू यादव भी इस मौके पर मौजूद होते तो और अच्‍छा लगता। उनकी कमी खल रही है। इसके दो दिन पहले सोमवार को तेजप्रताप यादव ने अपना 29 वां जन्मदिवस मनाया है।

तेजप्रताप ने अपने जन्मदिवस पर किसी आयोजन के बजाए राजधानी स्थित दलित समाज के एक मोहल्ले में जाकर वहां के बच्चों के बीच केक काटा। ऐश्‍वर्या ने भी फोन का उन्‍हें जन्मदिन की बधाई दी। यह पहला मौका है जब राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद की अनुपस्थिति में परिवार में कोई मांगलिक आयोजन हो रहा है। लालू प्रसाद यादव शुभ कार्यों के लिए आयोजित समारोहों में जबर्दस्त मेजबानी के लिए जाने जाते रहे हैं। तेजप्रताप और ऐश्वर्या की सगाई को लेकर राजनीतिक घरानों के लिए होटल मौर्या प्रबंधन ने खास प्रबंध किये गए। कुर्सियां, टेबल और खाने से लेकर सजावट का प्रबंधन ने विशेष ख्याल रखा गया। सजावट के लिए दिल्ली, कोलकाता, बेंगलुरु और पुणे से फूल लाये गये। सगाई समारोह के लिए दोनों परिवार के सभी सदस्‍य पटना पहुुंच चुके हैं। समारोह में दोनों परिवारों के सदस्‍यों के अलावा केवल करीबी लोग ही शामिल हुए। इसमें राजनीति दलों के लोगाें को नहीं बुलाया गया।