दलदल बनीं दिल्ली में नेब सराय की गलियां, अलका लांबा ने उठाई आवाज, बोलीं- क्या यही है केजरीवाल का दिल्ली विकास मॉडल ?
नई दिल्ली | आम आदमी पार्टी के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल भले ही लाख दावे दिल्ली में विकास के करें लेकिन साकेत में आकर उनके यह दावे खोखले साबित होते हो रहे हैं | राजधानी में स्थित इस इलाके के नेब सराय की गलियां दलदल बनी हुई हैं और लोगों को अति पिछड़े गाँव की दलदल बनी सड़क का एहसास करा रही हैं | एमसीडी से लेकर काउंसलर, विधायक और सरकार का ध्यान पिछले कई वर्षों से इस ओर नहीं है | वहीँ , कांग्रेस की चर्चित नेत्री अलका लांबा ने नेब सराय के लोगों की आवाज उठाई है और ट्वीट कर दिल्ली सरकार पर निशाना साधा है | उन्होंने लिखा कि- दिल्ली में ट्रांसफार्मर वाली गली का नज़ारा, स्थानीय लोगों ने भेजा है, लोग परेशान है, कोई सुनवाई नहीं, लोग राजधानी में रहते हैं लेकिन फीलिंग अति पिछड़े गांव की गलियों में दलदल जैसी आती है, केजरीवाल का दिल्ली विकास मॉडल यही है ?
दक्षिणी दिल्ली के साकेत के नेब सराय इलाके में ट्रांसफार्मर वाली गली और उससे जुड़ीं सभी गलियां नवंबर के माह में भी दलदल बनी हुई हैं | सरकार की नजरअंदाजी से विगत कई वर्षों से इन गलियों का यही हाल है | लोगों का कहना है कि इस ओर न तो सरकार का ध्यान है, न विधायक का | सुरेश कुमार कहते हैं कि राजधानी दिल्ली में रहते हुए ऐसा लगता है कि किसी अति पिछड़े गाँव में रह रहे हों | वह कहते हैं कि गलियों में पानी भरने और दलदल बन जाने से निकलने में बहुत दिक्कत होती है |
नेब सराय के लोगो की आवाज उठाते हुए अलका लांबा ने ट्वीट किया कि – AAP के राज में साकेत के नेब सराय, दिल्ली में ट्रांसफार्मर वाली गली का नज़ारा, स्थानीय लोगों ने भेजा है, लोग परेशान है, कोई सुनवाई नहीं, लोग राजधानी में रहते हैं लेकिन फीलिंग अति पिछड़े गांव की गलियों में दलदल जैसी आती है, केजरीवाल का दिल्ली विकास मॉडल यही है ? #MCD #BJP भ्रष्ट
नेब सराय की गलियों की बदहाली से एकबात तो साफ़ हो गयी है कि सरकार लाख दावे करे लेकिन गलियों तक अच्छी सड़क बनने में वह फेल है | देखना यह है कि आखिर कबतक सरकार और एमसीडी के जिम्मेदारों की नजर इन गलियों पर पढ़ती है और यह ठीक होती हैं ?