समस्तीपुर। पुलिस व प्रशासन की असंवेदनशीलता का एक और घटनाक्रम उस समय सामने आया, जब फाँसी लगा कर आत्महत्या कर ली एक लड़की की लाश को उसकी माँ और परिजन ने तीन पहिएे ठेले पर रखकर दलसिंहसराय थाना तक ले गए। घटना स्थल से थाना की दूरी लगभग 3 किमी है।यह स्थिति तब बनी,जब स्थानी थाना कि पुलिस तो घटना स्थल पर पहुंच गई, लेकिन किसी वाहन की व्यवस्था नहीं कर पाई ।
जानकारी के मुताबिक समस्तीपुर जिले के दलसिंहसराय थाना क्षेत्र के शम्भूआ गाँव के वार्ड संख्या 14 में बीती रात एक नाबालिक लड़की ने फांसी लगा अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली ।सोमवार को सूचना मिलने पर घटना स्थल पर थाना अध्यक्ष प्रवीण कुमार मिश्र,पुलिस अधिकारी सुनील कुमार सिंह दल बल के साथ घटना स्थल पर पहुच छानबीन की ।मृतका की पहचान गाँव के निवासी राम भरोस सिंह की 15 वर्षिय पुत्री सुजाता कुमारी उर्फ छोटी कुमारी के रूप में हुई । मृतका की माँ सविता सिंह ने बताया कि उसकी और बेटी में दो दिन पहले नये कपड़े दिलाने के लिये झगड़ा हुआ था ।मेरे पति राम भरोस सिंह मुम्बई में रह कर मजदूरी का काम करते है ।मै बेटी को बोली कि पैसा आने पर नये कपडें खरीद दूँगी । पर कल रात घर मे मैं जमीन पर सोई थी और वह चौकी पर जब मेरी नींद टूटी तो देखा कि बेटी बिछावन पर नही है ।वह घर मे ही साड़ी के फॉल्स को गला में लपेट कर फाँसी लगा ली थी । मृतका तीन बहन और तीन भाई थी ।
वही छानबीन करने के बाद पुलिस व परिजनों ने शव को थाना तक ले जाने के लिए करीब एक घंटे तक गाड़ी का इंतजार किया गया, लेकिन जब पुलिस ने वाहन की कोई व्यवस्था नहीं करा पाई तो मजबूरी मेें परिजन और गाँव के ही निवासी बबलू कुमार ठेला चालक ने मिल कर ठेला पर शव को रखकर करीब तीन किमी दूर थाना ले गए। आमजन ठेले पर शव को ले जाते देख बोलते हुए नजर आए कि प्रशासन की बेहरहमी के चलते परिजनों को इस तरह से शव को थाना तक ले जाना पड़ रहा है । वही पैसा नही होने के कारण पोस्मार्टम के लिये मृतका की माँ ने अपने गहने को सोनार के यहाँ गिरवी रखा । आज पटना हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस भी शहर के अनुमंडल व्यवहार न्यायालय में आये थे इसे लेकर पुलिस महकमा उनकी सुरक्षा में लगा हुआ था ।वही डीएसपी कुंदन कुमार ने इस सम्बन्ध में कहा कि घटना की छानबीन की जायेगी ।