हार को पचा नही पा रही भाजपा, सांसद रामशंकर कठेरिया को डिप्टी CM बनाने की चर्चाए
लखनऊ | लोकसभा चुनाव 2019 की तैयारियों में जुटी भारतीय जनता पार्टी प्रदेश में संगठन की सूरत बदलने में जुटी है। प्रदेश स्तर पर हुए बदलाव के बाद अब क्षेत्रीय स्तर, जिला और महानगर स्तर पर बदलाव की तैयारी है। पार्टी सूत्रों की मानें तो सूची बन चुकी है, बस नामों का खुलासा होना शेष है। पहले उम्मीद जताई रही थी कि नवरात्र में घोषणा हो सकती है लेकिन अब नवरात्र के बाद ही कोई नामों का ऐलान होगा। वहीं गोरखपुर और फूलपुर चुनाव हारने के बाद तत्काल दिल्ली बुलाए गए एससी आयोग के अध्यक्ष व सांसद रामशंकर कठेरिया को भी बड़ी जिम्मेदारी मिलने की चर्चा है। कहा जा रहा है कि उन्हें डिप्टी सीएम बनाया जा सकता है। गोरखपुर और फूलपुर उपचुनाव में करारी शिकस्त के बाद भाजपा में मंथन का दौर चल रहा है। यही वजह है कि स्थानीय संगठनों में फेरबदल को नवरात्र बाद तक टाल दिया गया है। पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारी की मानें तो नाम तय हो चुके हैं। क्षेत्रीय स्तर से लेकर जिला और महानगर की कार्यकारिणी के प्रमुख पदाधिकारी तय हो गए हैं। कहीं नए चेहरों को मौका दिया जा रहा है तो कहीं उन्हीं चेहरों की रिपीट करने भी योजना है। कुछ के दायित्व बदल कर उन्हें नई जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है।
इस संबंध में भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष पुरुषोत्तम खंडेलवाल का कहना है कि सूरत बदलने का जैसा कोई काम नहीं हो रहा है। पार्टी संगठन में दायित्वों का फेरबदल होना सामान्य प्रक्रिया है। इस तरह के कुछ बदलाव होंगे। रामशंकर कठेरिया एक बार फिर चर्चा में हैं। फूलपुर और गोरखपुर लोकसभा सीट पर उपचुनाव के नतीजे आने वाले दिन शाम को अचानक कठेरिया के दिल्ली जाने की वजह से शहर में चर्चाओं का बाजार और गरम हो गया है। कोई कह रहा है उन्हें डिप्टी सीएम बनाया जा रहा है तो कई उनकी जिम्मेदारी बदलने जानी की अटकलें लगा रहा है। हालांकि रामशंकर कठेरिया इस पर चुप्पी साधे हुए हैं।