दिमाग को बनाना है शॉर्प, डाइट में शामिल करें यह चीजें –
अगर आप सोचते हैं कि भोजन का काम सिर्फ पेट भरना होता है तो आप गलत है। हर तरह के फूड्स में कुछ पोषक तत्व होते हैं और अगर शरीर की जरूरत के अनुसार, भोजन का चयन किया जाए तो इससे स्वास्थ्य को काफी लाभ होते हैं। तो चलिए आज हम आपको ऐसे कुछ आहार के बारे में बता रहे हैं जो दिमाग के लिए काफी अच्छे माने जाते हैं और अगर इन्हें डाइट में शामिल किया जाए तो इससे दिमाग की कार्यक्षमता में काफी सुधार होता है। तो चलिए जानते हैं ऐसे ही कुछ आहार के बारे में−
अखरोट दिल और दिमाग दोनों के लिए काफी अच्छे माने जाते हैं। वैसे तो सभी तरह के नट्स में हेल्दी फैट्स पाए जाते हैं लेकिन अखरोट में विशेष रूप से अल्फा−लिनोलेनिक एसिड पाया जाता है, यह एक प्रकार का ओमेगा 3 फैटी एसिड है।
साल्मन
साल्मन मछली में ओमेगा 3 फैटी एसिड प्रचुर मात्रा में होता है और यह बीटा एमिलॉइड के रक्त स्तर को कम करता है। बीटा−एमिलॉइड वह प्रोटीन है जो आपके मस्तिष्क में खतरनाक क्लंप बनाता है जिससे अल्जाइमर रोग होता है।
ब्लूबेरी-
ब्लूबेरी में एंटी−ऑक्सीडेटिव गुण पाए जाते हैं, जिसके कारण अगर सप्ताह में मात्र दो बार भी इसका सेवन किया जाए तो इससे मेमोरी में सुधार होता है। इसलिए अगर आप अपनी याददाश्त को बेहतर बनाना चाहते हैं तो ब्लूबेरी के स्वाद का आनंद अवश्य लें।
चिया सीड्स-
चिया सीड्स में ओमेगा 3 फैटी एसिड नामक हेल्दी फैट्स प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। ओमेगा 3 फैटी एसिड याददाश्त तेज करने और मूड को बेहतर बनाने का काम करता है। इसलिए अगर चिया सीड्स को आहार में शामिल किया जाए तो यह मस्तिष्क की कार्यक्षमता में सुधार करता है। इसे आप अपनी डाइट में कई रूप में शामिल कर सकते हैं।
इसे भी पढ़ें: यह लक्षण बताते हैं आपके अवसादग्रस्त होने की पहचान
हल्दी-
हल्दी का इस्तेमाल तो अधिकतर सब्जी में किया जाता है, लेकिन क्या आप इस बात से वाकिफ है कि एक चुटकी हल्दी आपके दिमाग के लिए काफी अच्छी है। दरअसल, हल्दी में पाया जाने वाला करक्यूमिन नामक तत्व दिमाग में रक्त के प्रवाह को बेहतर बनाने में मदद करता है। जब रक्त सीधे मस्तिष्क में पहुंचता है तो दिमाग की कोशिकाएं बेहतर तरीके से काम करती हैं। इसके अतिरिक्त करक्यूमिन याददाश्त बढ़ाता है और अल्जाइमर से पीडि़त व्यक्तियों की स्थित मिें सुधार करता है। करक्यूमिन सेरोटोनिन और डोपामाइन को भी बढ़ाता है। जिसके कारण व्यक्ति के मूड में सुधार होता है और वह अवसाद से बाहर आ सकता है।