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#AMU में पूर्व PM अटल के लिए श्रद्धांजलि मार्च से फिर सुर्खियों में अजय सिंह, सोशल मीडिया पर छाया मामला

  • August 25, 2018
  • 1 min read
#AMU में पूर्व PM अटल के लिए श्रद्धांजलि मार्च से फिर सुर्खियों में अजय सिंह, सोशल मीडिया पर छाया मामला

अलीगढ़ । अमुवि छात्र संघ चुनाव में अध्यक्ष पद पर गैर मुस्लिम प्रत्याशी के रूप में गत छात्र संघ चुनाव में दमदार दावेदारी कर चर्चाओं में आये अमुवि के छात्र नेता अजय सिंह एक बार फिर सुर्खियों में हैं । पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी के लिए श्रद्धांजलि मार्च निकालकर उन्होंने देशभर की सुर्खियां बटोरी हैं । वहीं अटल के लिए मार्च निकालकर वह अमुवि के कट्टरपंथी छात्रों के भी निशाने पर आ गए हैं । अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी पर मार्च निकाले जाने का मुद्दा सोशल मीडिया पर अब तेजी से वायरल हो रहा है । विश्वविद्यालय इंतजामियां ने पूर्व प्रधानमंत्री को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए मार्च को अनुमति क्यों नहीं दी और मार्च निकालने वाले छात्रों के खिलाफ जांच शुरू करने जैसी कार्यप्रणाली को लेकर सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई हैं। कोई बिना अनुमति मार्च निकालने का विरोध कर रहे हैं तो कुछ लोग एएमयू इंतजामियां को ही सवालों के कटघरे में खड़ा कर रहे हैं।

बता दें कि एक सप्ताह पूर्व अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में भाजपा विधायक दलवीर सिंह के पौत्र व यूनिवर्सिटी के छात्र नेता अजय सिंह समेत अन्य कुछ छात्र व युवकों ने कैंपस में मार्च निकालकर बाबे सैयद गेट पर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि अर्पित की थी। यह श्रद्धांजलि अर्पित करने से पहले छात्रों की ओर से एएमयू इंतजामियां से मार्च निकालने की अनुमति मांगी गई थी। लेकिन विश्वविद्यालय ने अनुमति देने से इंकार कर दिया था। इंतजामियां का तर्क था कि मार्च निकालने से छात्रों के दो गुट आमने-सामने आ सकते हैं। ऐसे में अनुमति नहीं दी गई थी। लेकिन इसके बावजूद भी छात्रों ने मनमाने तरीके से कैंपस में मार्च निकाला और बाबे सैयद गेट पर कैंडल जलाकर पूर्व प्रधानमंत्री को श्रद्धांजलि अर्पित की। बिना अनुमति के मार्च निकालने पर एएमयू इंतजामियां सख्त हैँ। उसने प्रकरण की जांच बैठा दी हैं। साथ ही भाजपा विधायक के पौत्र समेत अन्य छात्रों को कारण बताओ नोटिस जारी करने की तैयारी चल रही है। इसी बीच यह प्रकरण सोशल मीडिया पर बहस का मुद्दा बन गया हैं। कुछ यूजर्स मार्च निकालने वाले छात्रों के कदम की सराहना कर एएमयू इंतजामियां पर सवालियां निशान लगा रहे हैं। उनका कहना हैं कि इंतजामियां पूर्व प्रधानमंत्री के मार्च पर रोक कैसे लगा सकता हैं। वहीं कुछ यूजर्स इंतजामियां के इस कदम की सराहना कर रहे हैं। उनका कहना हैं कि मार्च की अनुमति पहले से ही दे दी जाती तो विश्वविद्यालय का माहौल खराब हो सकता था।

प्रकरण की चल रही जांच-
प्रॉक्टर प्रो. मोहसिन खान ने बताया कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को विश्वविद्यालय की ओर से भी श्रद्धांजलि अर्पित की गई हैं। उनके निधन पर अवकाश भी घोषित किया गया। कैंपस में मार्च निकालने से माहौल खराब होने की संभावना थी। मनमाने तरीके से मार्च निकालने के प्रकरण की जांच बैठा दी गई है। ऐसे छात्रों को कारण बताओ नोटिस जारी किया जाएगा।

सड़कों से अदालत तक होगी लड़ाई- अजय सिंह
भाजपा विधायक दलवीर सिंह के पौत्र व एएमयू छात्र नेता अजय सिंह ने कहा कि एएमयू में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि अर्पित दिये जाने को लेकर निकाले जा रहे मार्च को कुछ युवकों ने जबरन रोकने का प्रयास किया। ऐसे युवकों की शिकायत प्रॉक्टर ऑफिस में की जाएगी। इंतजामियां को चाहिए कि ऐसे युवकों की भी जांच की जाए, कि मार्च रोकने वाले लोग कौन थे। उनके खिलाफ जांच नहीं हुई तो सड़कों से लेकर अदालत तक की लड़ाई लड़ी जाएगी।

मार्च निकालकर राजनीति का प्रयास गलत-
अमुवि छात्र संघ के पूर्व उपाध्यक्ष नदीम अंसारी ने कहा है कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर विश्वविद्यालय में अवकाश रहा। इंतजामियां ने उनको श्रद्धांजलि भी अर्पित की हैं। लेकिन कुछ छात्र श्रद्धांजलि के नाम पर मार्च निकालकर राजनीति करने का प्रयास कर रहे थे। हालांकि उन्होंने बिना अनुमति के मार्च निकाला गया, उसके बाद भी किसी ने मार्च नहीं रोका। प्रॉक्टर को प्रकरण की जांच करनी चाहिए। ताकि सच सबके सामने आ सके।

पूर्व पीएम अटल के लिए श्रद्धांजलि मार्च निकालने की अनुमति अमुवि प्रशासन ने क्यो नही दी यह तो वही जाने लेकिन मामले ने राजनैतिक रंग ले लिया है । आने वाले दिनों में यह मामला और गर्माहट ला सकता है ।